
1. शरीर में विटामिन की कमी के कारण हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस हो सकती है विटामिन की पूर्ति न होने के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है जिसके कारण हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस होने लगती है विटामिन B6 की कमी एक मुख्य कारण है जिसके कारण हाथ पैरों में कमज़ोरी और झनझनाहट महसूस होने लगती है।
2. डायबिटीज़ की समस्या के कारण हाथ पैरों में कमज़ोरी और झनझनाहट महसूस हो सकती है और हाई ब्लड प्रेशर के कारण नर्व डैमेज होने लगती है और हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस होने लगती है।
3. वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस होने लगती है जैसे हेपटाइटिस B,हेपाटाइटिस C और एचआईवी जैसे और भी कई सारे वायरस के कारण हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस हो सकती है।
4. किडनी के सही तरीक़े से काम नहीं करने के कारण या किडनी फेलियर जैसी समस्या होने पर भी हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस हो सकती है।
5. ट्यूमर जैसी बीमारी होने के कारण हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस हो सकती है ट्यूमर होने के कारण इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है और नर्व डैमेज होने लगती है जिसके कारण हाथों पैरों में कमज़ोरी और झनझनाहट महसूस हो सकती है।
6. थायरॉइड जैसी समस्याओं में हाथ पैरों में कमज़ोरी और झनझनाहट महसूस हो सकती है यह समस्या ज़्यादातर तब देखने को मिलती है जब हाइपोथायरायडिज्म गम्भीर हो और उसका सही समय पर इलाज न हो तब ही हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस होने जैसी समस्या होने लगती है
महिलाओं के पैरों में दर्द क्यों होता है ?

1. शरीर में विटामिन D की कमी के कारण महिलाओं के पैरों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है विटामिन D की कमी के कारण मसल पेन जैसी समस्या होने लगती है।
2. गठिया जैसी समस्याओं में महिलाओं के पैरों में दर्द की समस्या होने लगती है गठिया जैसी बीमारियों में जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या आ जाती है जिसके कारण पैरों में दर्द जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है।
3. एडिमा जैसे रोग में भी पैरों में दर्द होने की समस्या होने लगती है एडिमा के कारण पैरों में सूजन और पैरों में भारीपन महसूस होने लगता है।
4. एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी के कारण पैरों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है एस्ट्रोजन हॉर्मोन ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने का काम करता है इस हॉर्मोन की कमी होने के कारण ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है जिसके कारण पैरों में दर्द जैसी समस्या होने लगती है।
5. डिहाइड्रेशन की कमी के कारण में शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है जिसके कारण मसल स्ट्रैचिंग होने लगती है और पैरों में दर्द की समस्या चालू हो जाती है।
पैरों में दर्द किस कमी से होता है ?
1. आयरन की कमी के कारण भी पैरों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी हो जाती है जिसके कारण रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम जैसी बीमारी हो जाती है जिसके कारण पैरों में ऐंठन, दर्द जैसी समस्या होने लगती है शरीर में आयरन की पूर्ति के लिए पालक,गाजर,चुकंदर जैसी चीज़ें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
2. विटामिन D की कमी के कारण भी पैरों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है विटामिन D की पूर्ति के लिए सुबह धूप ले सकते हैं और विटामिन D युक्त आहार अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
3. मैग्नीशियम की कमी के कारण भी पैरों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है मैग्नीशियम हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी पोषक तत्व है मैग्नीशियम की कमी के कारण तलवों में ऐंठन, पैर क्रैम्प, मांसपेशियों में ऐंठन जेसी समस्या हो सकती है मैग्नीशियम की पूर्ति के लिए पालक,साबुत अनाज, बीन्स और ड्राई फ़्रूट अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
4. विटामिन B-12 की कमी के कारण भी पैरों में दर्द पैरों में सुन्नपन, दर्द व झुनझुनी जैसी समस्या हो सकती है विटामिन B-12 रेड ब्लड सेल्स और नर्वस सिस्टम के कार्यों को बेहतर बनाने का काम करता है।
5. कैल्शियम कि कमी के कारण पैरों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमज़ोर पढ़ने लगती है और हड्डियों में दर्द जैसी समस्या होने लगती है कैल्शियम की पूर्ति करने के लिए डेयरी प्रोडक्ट को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
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रात को सोते समय 4 मखाने खाने से पैरों तले जमीन खिसक जाएगी इतने फायदे के सोचेंगे भी नही।
1. डायबिटीज जैसी बीमारियों में रोज़ाना रात को 4-5 मखाने खाने पर ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है और डायबिटीज़ में काफ़ी आराम मिलता है।
2. हार्ट के लिए भी काफ़ी फ़ायदेमंद होता है मखाने का सेवन करना रोज़ाना रात को 4-5 मखाने खाने से शरीर में कॉलेस्टरॉल नहीं जमता जिसके कारण हार्ट हेल्दी रहता है।
3. यदि आपको भी रात को सही से नींद नहीं आती है तो आप रोज़ाना 4-5 मखाने रात को सेवन कर सकते हैं इससे आपको अच्छी नींद आने में सहायता मिलेगी।
4. जोड़ों के दर्द में भी रात को 4-5 मखाने सेवन कर सकते हैं ऐसा करने से कैल्शियम की पूर्ति होगी और जोड़ों के दर्द में राहत मिलेगी।
5. रोज़ाना रात को 4-5 मखाने का सेवन करने से पाचन तंत्र मज़बूत होता है और पाचन संबंधी बीमारियां दूर होती है।
6. यदि आप वज़न कम करना चाहते हैं तो आप मखाने का सेवन कर सकते हैं रोज़ाना सोने से पहले मखाने का सेवन करने से वज़न कम करने में मदद मिलती है ।
पैरों में जलन क्यों होती है ?
1. शरीर में विटामिन B की कमी होने के कारण पैरों में जलन हो सकती है विटामिन B की कमी होने के कारण मसल्स में खिंचाव और दर्द भी महससू होता है विटामिन B की पूर्ति करने के लिए डेयरी प्रोडक्ट,अंडे और मीट अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
2. थायरॉइड जैसी समस्याओं में भी पैरों में जलन हो सकती है पैरों में जलन, झनझनाहट होना थाइरॉयड के लक्षण हो सकते हैं।
3. डायबिटीज़ जैसी बीमारियों में भी जब शुगर लेवल बढ़ जाता है तब पैरों में जलन जैसी समस्या होने लगती है शुगर लेवल बढ़ने पर यह ब्लड वेसेल्स की दीवारों को कमजोर कर देता है जिससे तंत्रिकाओं को ऑक्सीजन मिलने में कठिनाई होने लगती है।
4. हाई ब्लड प्रेशर होने के कारण स्किन टोन में बदलाव आने लगता है और पैरों में झनझनाहट ,जलन जैसी समस्या होने लगती है।
पीरियड के दौरान पैरों में दर्द क्यों होता है ?
* पीरियड के दौरान पैरों में दर्द होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे शरीर में अचानक एस्ट्रोजन की कमी हो जाना या शरीर के अंदर हार्मोनल बदलाव होने के कारण भी पैरों में दर्द होने की समस्या हो सकती है।
* गर्भाशय मैं संकुचन होने के कारण पीरियड्स मैं पैरों में दर्द होता है या दूसरी भाषा में कहें तो आमतौर पर पीरियड के दिनों में गर्भाशय में संकुचन होने के कारण गर्भाशय की परत को बाहर निकलने में मदद मिलती है इसी प्रक्रिया के दौरान आपको कमर दर्द के साथ में पैरों में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है।
पैरों में झनझनाहट के कारण –
1. थायरॉयड की समस्या होने पर भी पैरों में झनझनाहट हो सकती है थायरॉइड की समस्या होने पर पैरों में जलन,झनझनाहट और ऐंठन जैसी समस्या हो सकती है।
2. ट्यूमर की समस्या होने पर पैरों में झनझनाहट होने की समस्या हो सकती है ट्यूमर होने के कारण नर्व पर दबाव पड़ता है जिसके कारण पैरों में झनझनाहट जैसी समस्या हो सकती है।
3. नसों के अंदर सही ढंग से ब्लड सर्कुलेशन न होने के कारण भी पैरों में झनझनाहट जैसी समस्या हो सकती है।
4. तंत्रिका संबंधी बीमारी होने के कारण भी पैरों में झनझनाहट की समस्या हो सकती है।
5. शरीर के अंदर विटामिन-बी1, बी6, बी12, बी3 या विटामिन ई की कमी होने के कारण भी पैरों में झनझनाहट जैसी समस्या हो सकती है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।